यादे
( एक प्यार जो सिर्फ याद बनके रहे गया )
यादे
यादो के गुलदस्ते में तुम्हे गुल सा सजा कर रखा हें
तुम्हारे साथ बिताये हर पल को दिल में संजोकर रखा हें |
जब होटो पर मुस्कान खिलती हें,
तो गुल यही झलकते हें,
जब बिन झुकी पलकों से तुम्हे सोचते हें ,
तो गुल यही महेकते हें|
अक्सर दोस्त तुम्हारा नाम पूछा करते हें ,
तब सारे जहा की खूबसूरती हम उन्हें बताया करते हें|
यादो के झरोखे में, कभी पुराने पलो को सोचा करते हें,
आँखों में मोती बन यही गुल तो बिखरते हें|
इन बिखरे गुलो को केसे तुम्हे दिखाए,
तुम्हारे लिए छुपे प्यार को केसे तुम्हे दिखाए,
अब हम केसे तुम्हे बताये|
जिस अहसाश को हम बे वजहे समझते थे,
उसी ने आज लिखने को बेताब बनाया हें,
पहेले प्यार का अहसाश तुम्ही से कराया हें,
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